अग्रहार
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अग्रहार संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. राजा की ओर से ब्राह्मण को योगक्षेम के लिये किया हुआ भूमि का दान ।
२. वह गाँव या भूमि जो किसी ब्राह्मण को माफी दी जाय ।
३. ब्राह्मण को देने के लिये कृषि की पैदावार से निकाला या अलग किया हुआ अन्न (को॰) ।