अघड़

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अघड़ पु वि॰ [सं॰ अ = नहीं + घट , प्रा, घड़, हि॰ घड़] जो गढ़ा न जा सके । निर्माण के अयोग्य । उ॰—अघड़ घड़ावै उलटे चाकि । —प्राण॰ पृ॰ १७० ।