अघमर्षण

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अघमर्षण ^१ वि॰ [सं॰] पापनाशक ।

अघमर्षण ^२ संज्ञा पुं॰

१. ऋग्वेद का एक सूक्त जिसका उच्चारण संध्यावंदन के समय द्विज पाप की निवृत्ति के लिये करते है ।

२. मंत्र द्वारा हाथ में जल लेकर नासिका से छुलाकर विसर्जन करने की पापनाशिनी क्रिया ।