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अजमुख

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अजमुख ^१ संज्ञा पु॰ [स॰] दक्ष प्रजापति का एक नाम [को॰] । विशेष—यज्ञ में शिव का अपमान करने पर सती के देहत्याग के बाद वीरभद्र ने दक्ष के यज्ञ का घ्वंस किया और उसे मार डाला । बाद में शिव की आज्ञा से उसे जीवित करने के लिये बकरे का सिर लगा दिया था । 'काशीखंड़' में इसका विस्तृत विवरण है ।

अजमुख ^२ वि॰ बकरी की तरह मुखवाला । बकरमुहाँ [को॰] ।