अजवायन

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हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अजवायन संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ यवानिका] यवानी । एक पौधा । जवाइन । विशेष—यह पौधा सारे भारत में, विशेषकर बंगाल में लगाया जाता है । यह पौधा अफगानिस्थान, फारस और मित्र आदि देशों में भी होता है । भारतवर्ष में इसकी बोआई कार्तिक, अगहन में होती है । इसके बीज जिनमें एक विशेष प्रकार की महक होती है और जो स्वाद में तीक्ष्ण होते हैं, मसाले और दवा के काम आते हैं । भभके पर उतारने से बीज में से अर्क (अमूम का पानी) और तेल निकलता है । भभके से उतारते समय तेल के ऊपर एक सफेद चमकीली चीज अलग होकर जमैं जाती है जो बाजार में 'अजवायन के फूल' के नाम से बिकती है । अजवायन का प्रयोग हैजा, पेट का दर्द, बात की पीड़ा आदि में किया जाता है ।