अतरसों
दिखावट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अतरसों कि॰ वि॰[सं॰ *इतर+श्व;]
१. परसों के आगे का दिन । वर्तमान दिन से आनेवाला तीसरा दिन । उ॰—खेलत में होरी रावरे के कर परसों जो भीजी है अतर सों सो आइहै अतरसों । —रघुनाथ (शब्द॰) ।
२. गत परसों से पहले का दिन । वर्तमान से तीसरा व्यतित दिन ।