अतर्क्य
दिखावट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अतर्क्य वि॰ [सं॰] जिसपर तर्क वितर्क न हो सके । जिसके विषय में किसी प्रकार की विवेचना न हो सके । अनिर्वचनोय । अचिंत्य । उ॰—राम अर्तक्य बुद्धि मन बानी । भत हमार अस सुनहि सयानी ।—मानस, १ । १२० ।
अतर्क्य वि॰ [सं॰] जिसपर तर्क वितर्क न हो सके । जिसके विषय में किसी प्रकार की विवेचना न हो सके । अनिर्वचनोय । अचिंत्य । उ॰—राम अर्तक्य बुद्धि मन बानी । भत हमार अस सुनहि सयानी ।—मानस, १ । १२० ।