अतिक्रमण

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अतिक्रमण संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. उल्लंघन । पार करना । हद के बाहर जाना । उ॰—बाधाओं का अतिक्रमण कर जो अबाध हो दौड़ चले ।—कामायनी, पृ॰ २०८ ।

२. प्रबल आक्रमण (को॰) ।

३. जीतना । अधिकार करना (को॰) । क्रि॰ प्र॰—करना ।—होना ।