अतिपात

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अतिपात संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. अतिक्रम । अव्यवस्था । गड़वड़ी ।

२. बाधा । विघ्न । हानि ।

३. बीतना । व्यतीत होना (काल या समय) । उ॰—विद्यार्जन के लिये प्राणपण से अतिपात- अर्ध आयु का किया ।—अनामिका, पु॰ १६९ ।

४. उपेक्षा । दुर्व्यवहार । (को) ।

५. विरोध (को) ।

६. लगादार होना या गिरना (को) ।

७. विध्वंस । नाश (को॰) ।