अतिरेक
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अतिरेक संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. आवश्यकता से अधिक होने का भाव, गुण या स्थिति ।
२. आधिक्य । अतिशयता । उ॰—प्राणों में विस्मृति है उर में सुख श्री का अतिरेक ।
३. भेद । अंतर (को॰) ।
अतिरेक संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. आवश्यकता से अधिक होने का भाव, गुण या स्थिति ।
२. आधिक्य । अतिशयता । उ॰—प्राणों में विस्मृति है उर में सुख श्री का अतिरेक ।
३. भेद । अंतर (को॰) ।