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अतिरेक

विक्षनरी से

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अतिरेक संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. आवश्यकता से अधिक होने का भाव, गुण या स्थिति ।

२. आधिक्य । अतिशयता । उ॰—प्राणों में विस्मृति है उर में सुख श्री का अतिरेक ।

३. भेद । अंतर (को॰) ।