अतुल
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अतुल ^१ वि॰ [सं॰]
१. जो तोला या कूता न जा सके । जिसकी तौल या अंदाज न हो सके ।
२. अमित । असीम । अपार । बहुत अधिक । बेअंदाज । उ॰— आवत देखि अतुल बलसीवा ।—तुलसी (शब्द॰) ।
३. जिसकी तुलना या समता न हो सके । अनुपम । बेजोड़ । अद्वितीय । उ॰—मुनि रघुपति छबि अतुल बिलोकी । भए मगन मन सके न रोकी ।—मानस ७ । ३२ ।
अतुल ^२ संज्ञा पुं॰
१. केशव के अनुसार अनुकूल नायक का दूसरा नाम । उ॰—ये गुण केशव जाहि में, सोई नायक जान । अतुल, दक्ष, शठ, धृष्ट, पुनि, चौविध ताहि बखान ।—केशव (शब्द॰) ।
२. तिल का पेड़ ।
३. तिलक । तिलपुष्पी । ४० कफ । श्लेष्मा । बलगम ।