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अत्यय

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अत्यय संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. मृत्यु । ध्वंस । नाश ।

२. अतिक्रमण । हद से बाहर जाना ।

३. दंड । सजा ।

४. कृच्छ्र । कष्ट ।

५. दोष ।

६. प्राचीन काल का एक प्रकार का अर्थदंड या जुर्माना ।