अदान

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अदान ^१पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ अ+दान]

१. अदाता । न देनेवाला व्यक्ति । कंजूस । कृपण । उ॰—हरि को मिलन सुदामा आयो । पूरब जन्म अदान जानिकै ताते कछू मँगायो । मूठिक तंदुल बाँधि कृष्ण को बनिता बिनय पठायो ।—सूर (शब्द) ।

२. वह हाथी जिसका दान अर्शात् मद स्रवित न होता हो (को॰) ।

अदान ^२ वि॰ [सं॰ अ=नहीं+फा॰ दानह=जान र] अजान । नादान । नासमझ । उ॰—ये अदान जानती नहीं, कछु पालेहु भूल बिसारी ।—रघुराज (शब्द॰) ।