अध्वर्यु

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हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अध्वर्यु संज्ञा पुं॰ [सं॰] चार ऋत्विजों या यज्ञ करानेवालों में से एक । यज्ञ में यजुर्वद का मंत्र पढ़नेवाला ब्राह्मण । उ॰— करोड़ों बलोन्मत्त नृशंसों के मरण यज्ञ में वे हँसनेवाले अध्वर्यु थे ।—कंकाल, पृ॰ १५९ ।