अनंगी

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अनंगी ^१ वि॰ [ सं॰ अनीङ्गन्] [स्त्री॰ अनंगिनी]

१. अंगरहित । बिना देह का । अशरीर ।

२. अंगविहीन । लूला लँगड़ । अपाहिज । उ॰—कहा कहौ हरि केतिक तारे पवन पद पर- तंगी, सूरदास यह बिरद स्त्रवन सुनि गरजत अधम अनंगी— सूर॰ १ । २१ ।

अनंगी ^२ संज्ञा पुं॰

१. परमेश्वर ।

२. कामदेव ।