अनंद

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अनंद ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ अनन्द]

१४. वर्णो का एक वृत जिसका क्रम इस प्रकार है—जगण, रगण, जगण, रगण, लघु, गुरु ।

अनंद ^२पु संज्ञा पुं॰ [हि॰] दे॰ 'आनंद' । उ॰—मुनि पुर भयउ अनंद बधाव बजावहि ।—तुलसी ग्रं॰ पृ॰ ५६ ।