अनकहा
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अनकहा वि॰ [हि॰ अन+कहा] [स्त्री॰ अनकही] बिना कहा हुआ । अकथित । अनुक्त । उ॰—सिर्फ अनकहा रहने से तो असत्य हो नहीं जाता ।—सुखदा, पृ॰ १०७ । मुहा॰—अनकही देना=आवाक् रहना । चुपचाप होना । उ॰— समुझि परी षटमास बीतीते कहाँ हुतौ हो आयो । सूर अनकही दै गोपिनि सौं स्त्रवन मुँदि उठि धायौ ।—सुर॰, १० । ४१४९ ।