अनगढ़

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अनगढ़ वि॰ [हि॰ अन+गढ़ना]

१. बिना गढ़ा हुआ । उ॰— थे चमक रहे दो खुले नयन ज्यों शिलालग्न अनगढ़े रतन ।— कामायनी, पु॰ २४७ ।

२. जिसे किसने ने नबना या हो । स्व- यंभू । उ॰ —ऊधौ राखिए यह बात । कहत हौ अनगढ़ व अनहद सुनत ही चापि जात । सूर— (शब्द॰) ।

३. बेडौल । भद्दा । बेढ़ंगा ।

४. असंकृत । अपरिष्कृत ।

५. उजडु । अकखड़ । पोंगा । अनाडी़ । जैसे, अनगढ़ मूर्ख ।

६. बेतुक । अंडवंड । बे सिर पैर का । जैसे, अनगढ़ बात ।