अनावर्ती

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अनावर्ती संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. न लौटना ।

२. पुनर्जन्म का अभाव ।

३. मोक्ष [को॰] ।