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अनुज्ञा

विक्षनरी से

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अनुज्ञा संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. आज्ञा । हुकम । अनुमति । इजाजत । उ॰— माँग अनुज्ञा उमसे मैंने उस उपवन के फल खाए ।— साकेत, पृ॰ ३८९ ।

२. एक काव्यालंकार जिसमें दूषित वस्तु में कोई गुण देखकर इसके पाने की इच्छा का वर्णन किया जाय । जैसे,— चाहति हैं हम और कहा सखि, कयों हूं कहूँ पिय देखन पावैं । चेरियै सों जु गुपाल रचे तौ चलौरी सबै मिलि चेरि कहावैं । — रसखाम (शव्द॰) ।

३. विवाह के प्रसंग में वाग्दान (को॰) ।

४. अनुताप । पश्चात्ताप (को॰) ।

५. अनुरोध (को॰) ।

६. सद्व्यवहार । आनुग्रह(को॰) ।