अनुतर
हिन्दी
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अनुतर संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. पार जाना । दूसरे छोर पर जाना ।
२. लंबाई में तानना ।
३. नदी पार करने का किराया [को॰] ।
अनुतर संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. पार जाना । दूसरे छोर पर जाना ।
२. लंबाई में तानना ।
३. नदी पार करने का किराया [को॰] ।