अनुतर

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अनुतर संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. पार जाना । दूसरे छोर पर जाना ।

२. लंबाई में तानना ।

३. नदी पार करने का किराया [को॰] ।