अनुप्राणित
हिन्दी
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अनुप्राणित वि॰ [सं॰] प्राणवान् । सजीव । प्रेरित । उ॰— "भगवद् गीता भी जायसवाल जी के कथनानुसार मनुस्मृतिवाले आदर्शों से ही अनुप्रणित है" ।—प्रा॰ इ॰ रू॰, पृ॰ ७२६ ।
अनुप्राणित वि॰ [सं॰] प्राणवान् । सजीव । प्रेरित । उ॰— "भगवद् गीता भी जायसवाल जी के कथनानुसार मनुस्मृतिवाले आदर्शों से ही अनुप्रणित है" ।—प्रा॰ इ॰ रू॰, पृ॰ ७२६ ।