अनुरस
हिन्दी
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अनुरस संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. गोण रस । अप्रधान रस ।
२. वह स्वाद जो किसी वस्तु में पूर्ण रुप से न हो ।
३. दे॰ 'अनुरसित' ^१ [को॰] ।
अनुरस संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. गोण रस । अप्रधान रस ।
२. वह स्वाद जो किसी वस्तु में पूर्ण रुप से न हो ।
३. दे॰ 'अनुरसित' ^१ [को॰] ।