अनुरस

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अनुरस संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. गोण रस । अप्रधान रस ।

२. वह स्वाद जो किसी वस्तु में पूर्ण रुप से न हो ।

३. दे॰ 'अनुरसित' ^१ [को॰] ।