अनृत

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हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अनृत ^१ वि॰ [सं॰]

१. मिथ्या । झूठा ।

२. अन्यथा । विपरीत । उ॰—तोहिं स्याम हम कहा दिखावैं । अमृत कहा अनृत गुण प्रगटै सो हम कहा बतावैं । सूर॰, १० ।२०६६ ।

अनृत ^२ संज्ञा पु॰ [सं॰]

१. मिथ्या । असत्य । झूठा ।

२. कृषि । खेती [को॰] ।