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अनै

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अनै पु संज्ञा पुं॰ [हि॰] दे॰ 'अनय' । उ॰—नाम प्रताप पतित पावन किए जे न अधाने अव अनै ।—तुलसी ग्र॰, पु॰ ३८९ ।