अन्तक

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हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अंतक ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ अन्तक]

१. मृत्यु जो प्राणियों के जीवन का अंत करती है मौत ।

२. यमराज । काल । उ॰— गिरा रहित बृक ग्रसित अजा लौं अंतक अनि गहौं । —सूर॰ १ । २०१ ।

३. सन्निपात ज्वर का एक भेद जिसमें रोगो को खाँसी, दमा और हिचकी होती है और वह किसी वस्तु को नहीं पह— चानता । उ॰— व्याकुल सखा गोप भए ब्याकुल । अंतक दसा भयौ भय आकुल—सूर॰, १० । ३१५ । ४ । ईश्वर जो प्रलय में सबका संहार करता है । ५ शिव । परमेश्वर ।

६. सीमा । हद्द (को॰) ।

अंतक ^२ वि॰ अंत करनेवाला । नाश करनेवाला ।