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अन्ध्र

विक्षनरी से

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अंध्र संज्ञा पुं॰ [सं॰ अन्ध्र]

१. बहेलिया । व्याधा । शिकारी ।

२. बैदिहिक पिता और कारावर माता से उत्पन्न नीच जाति के मनुष्य जो गाँव के बाहर रहते और शइकार करके अपना निर्वाह करते थे ।

३. दक्षिण का एक देश जिसे अब तिलंग ना कहते हैं । इसके पश्चिम की ओर पश्चिम घाट पर्वत, उत्तर की ओर गोदावरी ओऱ दक्षिण में कृष्णा मनदी है । आंध्र देश ।

४. अंध्र देश के निवासीजन ।

५. मगध का एक राजवंश जिसे एक शूद्र ने अपने मालिक कन्न वंश के अंतिम राजा को मारकर स्थापित किया था । अंध्र वंश का अंतिम राजा पुलोम था ।