अन्नमयकोश
हिन्दी
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अन्नमयकोश संज्ञा पुं॰ [सं॰] वेदांत के अनुसार पंचकोशों में से प्रथम । अन्न से बना हुआ त्वचा से लेकर वीर्य तक का समुदाय । स्थूल शरीर । बौद्धशास्त्रानुसार रूपस्कंद । उ॰— अन्नमयकोश सुतौ पिंड है प्रकट यह प्रानमय कोश पंचवायु हू वषानिये । —सुंदर ग्रं॰, पृ॰ ५९८ ।