अन्ना
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अन्ना ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ * अग्निक, प्रा॰ *अत्रिअ> अत्रा]
१. वह छोटी अँगीठी या बोरसी जिसमें सुनार सोना आदि रखकर भाथी के द्वारा तपाते या गलाते हैं ।
अन्ना ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ अम्बा या अल्ला=माँ अथवा देश॰ दाई] धात्री । दूध पिलानेवाली स्त्री ।