अपनाना
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अपनाना क्रि॰ सं॰ [अपना से नाम॰]
१. अपने अनुकूल करना । अपने वश में करना । अपनी ओर करना । उ॰—(क) रचि प्रपंच भूपहि अपनाई । राम तिलक हित लगन धराई ।— मानस,२ ।१८ । (ख) सूर स्याम बिन देखे सजनी कैसे मन अपनाऊँ ।—सुर॰ (शब्द॰) ।
२. अपना बनाना । ।अंगी— कार करना । ग्रहण करना । अपनी शरण में लेना । उ॰— (क) सब बिधि नाथ मोहिं अपनाइय़ । पुनि मोहि सहित अवधुपुर जाइय ।—मानस, ६ । ११६ । (ख) ना हमको कछु सुंदरताई । भक्त जानि के सब अपनाई ।—सूर॰ (शब्द॰) ।