अपर्याप्त

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अपर्याप्त वि॰ [सं॰]

१. अपूर्ण ।

२. अयथेष्ट । जो काफी न हो ।

३. सीमारहित । असीम (को॰) ।

४. असमर्थ (को॰) । यौ॰.—अपर्याप्तकर्म = जैनशास्त्रानुसार वह पाप कर्म जिसके उदय से जीव की पर्याप्ति न हो ।