अपात्र

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हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अपात्र ^१ संत्रा पुं॰ [सं॰]

१. बेकार या अनुपयुक्त बर्तन ।

२. अयोग्य व्यक्ति ।

३. दान, भोज आदि के अयोग्य ब्राह्मण [को॰] । ३२

अपात्र ^२ वि॰ [सं॰]

१. अयोग्य । कुपात्र । उ॰—नियम पालती एक मात्र तू, सब अपात्र और पात्र तू ।— साकेत, पृ॰ ३१४ ।

२. मूर्ख ।

३. श्राद्धादि निमंत्रण के अयोग्य (ब्राह्मण) ।