अपुन

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अपुन पु † सर्व॰ [हिं॰] दे॰ 'अपना' । उ—जौ हरि व्रत निज उर न धरैगो । तौ को अस त्राता जो अपुन करि, कर कुठाँव पकरैगो । सूर॰ १ ।७५ ।