अपोर
दिखावट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अपोर वि॰ [हिं अपोर] जिसमें गाँठ या जो़ड न हो । बीना जोड का । ग्रंथिहीन । उ॰—धरि गगन डोरि अपोर परखै, पकरि पट पिउ करे ।—घट॰,पृ॰१२० ।
अपोर वि॰ [हिं अपोर] जिसमें गाँठ या जो़ड न हो । बीना जोड का । ग्रंथिहीन । उ॰—धरि गगन डोरि अपोर परखै, पकरि पट पिउ करे ।—घट॰,पृ॰१२० ।