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अप्रयुक्त

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अप्रयुक्त वि॰ [सं॰] जिसका प्रयोग न हुआ हो । जो काम में न लाया गया हो । अव्यवहृत । उ॰— हिदी में अप्रयुक्त संस्कृत शब्दों का प्रयोग भी उनकी भाषा की रुखाई को बढ़ाने में ही मदद करता है— रामचं॰ (भु॰), पृ॰ ३४ ।

२. अप्रचलित ।

३. शब्दादि का अन्याथा या गलत प्रयोग ।

४. दुर्लभ या विरल प्रयोग [को॰] ।