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अप्रिय

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अप्रिय ^१ वि॰ [सं॰] [वि॰ स्त्री॰ अप्रिय]

१. जो प्रिय न हो । अरुचिकर । जो न रुचे । जो पसंद न हो । उ॰ —सत्य कहहु अरु प्रिय कहहु अप्रिय सत्य न भाखा ।—श्रीनीवास ग्रं॰, पृ॰ १८७ ।

२. जो प्यारा न हो । जिसकी चाह न हो । उ॰ — सुनि राजा अति अप्रिय बांनी ।—मानस १ ।२०८ ।

३. शत्रुतापूर्ण । अमित्र या शत्रुबत् [को॰] ।

अप्रिय ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. वैरी । शत्रु ।

२. बैंत । वेतस । निचुल । यौ॰—अप्रिवंद ।अप्रियकर ।अप्रियकारी । अप्रियवादी ।