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अफीम

विक्षनरी से

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अफीम संज्ञा स्त्री॰ [यु॰ ओपियम, अ॰ अफ़यून, फा॰ अफ्यून] औषध और नशे के रुप प्रयुक्त होनेवाली पोस्ते की ढेढ़ की गोंद । विशेष—यह काछकर इकट्ठी की जाती है । यह कड़वी,मादक और स्तंभक होती है । इसके खआने से कोष्ठबद्ध होता है और नींद आती है । विशेष मात्रा में यह विषैली और प्राणघातक हो जाती है । इसके लेप से पीड़ा दूर होती है और सुजन उतर जाती है । इसका प्रयोग संग्रहणी, अतिसारादि में होता है । वीर्यस्तंभन की औषधियों में भी इसका प्रयोग होता है । इसके खानेवाले झपकी लेते है और दूध, मिठाई आदि पर बड़ी रुचि रखते है । यह नजले को दूर करती है । और बद्धावस्था में फुर्ती लाती है ।