अबक

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हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अबक पु संज्ञा पुं॰ [अ+ हिं॰ वक] अनुचित बात । अकथ्य । उ॰ —राखो आगै रसणारै, राघव नाम रसाल । मुख माँझल आँणो मती, गिरँग अबक ज्यूँ गाल ।—बाँकीदास ग्रं॰, भा॰ ३, पृ॰ ७९ ।