अबद्ध
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अबद्ध ^१ वि॰ [सं॰]
१. जो बँधा न हो । मुक्त ।
२. स्वच्छंद । निरं कुश । ३ असंबद्ध । निरर्थक । यौ॰ —अबद्धवाक्य=वह असंबद्ध वाक्य जिसमें अन्वयबोध की योग्यता न हो अर्थात् जिससे कोई अभिप्राय न निकले । जैसे— कोई कहे कि मैं आजन्म मौन हूँ, मेरा बाप ब्रह्मचारी, माता बंध्या और पितामह अपुत्र था । अबद्धमुख=जिसके मुख में लगाम न हो । अंडबंड बोलनेवाला । अबद्धमूल=जिसकी जड़ पुष्ट न हो ।
अबद्ध ^२ संज्ञा पुं॰ असंभव या असामान्य वस्तु [को॰] ।