अबरी
हिन्दी
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अबरी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [फा अब+ ई (प्रत्य॰)]
१. एक प्रकार का चिकना कागज जिसपर बादल की सी धारियाँ होती हैं । यह पुस्तकों की दफ्ती पर लगाया जाता है और कई रंग का होता है ।
२. पीले रंग का एक पत्थर, जो पच्चीकारी के काम आता है । यह जैसलमेरी में निकलता है । इसलिये इसको जैसलमेरी भी कहते है ।
३. एक प्रकार की लाह की रंगाई जो रंगबिरंगी बादलों के छीटों की तरह होती है ।
अबरी ^२ † संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ अवार] गड्ढ़े या नदी के पानी से मिला हुआ किनारा ।