अभिज्ञा

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अभिज्ञा संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. पहचानना । जानना ।

२. याद करना । स्मरण आना ।

३. अलौकिक क्षमता या शक्ति । इसके पाँच भेद हैं—कोई भी रूप धारण करना; दूर की बात सुनना; दूर- दर्शन; अन्य के विचार और स्थिति को जान लेना [को॰] ।