अभीक्ष्ण

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अभीक्ष्ण वि॰ [सं॰]

१. निरंतर । लगातार ।

२. अधिक ।

३. जो बार बार दुहराया जाय । आवर्तित [को॰] ।