अमर्ष

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हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अमर्ष संज्ञा पुं॰ [सं॰] [वि॰ अमर्षित, अमर्षी]

१. क्रोध । रिस ।

२. वह द्वेष या दुःख जो ऐसे मनुष्य का कोई अपकार ना कर सकने के कारण उत्पन्न होता है जिसने अपने गुणों का तिरस्कार किया हो ।

३. असहिष्णुता । अक्षमा ।

४. तैतीस संचारी भावों में से एक (को॰) ।