अमेध्य

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हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अमेध्य ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. अपवित्र वस्तु । विष्ठा, मूत्र आदि । विशेष—स्मृति के अनुसार ये चीजें अमेध्य हैं—मनुष्य की हड्ड़ी शव, विष्ठा मूत्र चरबी, पसीना, आँसू, पीब, कफ, मघ, वीर्य और रज ।

२. एक प्रकार का प्रेत ।

३. अपशकुन [को॰] ।

अमेध्य ^२ वि॰

१. जो वस्तु यज्ञ में काम न आ सके । जैसे, पशुओं में कुत्ता और अन्नों में मसूर, उर्द आदि ।

२. जो यज्ञ कराने योग्य न हो ।

३. अपवित्र ।