अम्लपित्त

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अम्लपित्त संज्ञा पुं॰ [सं॰] रोगविशेष जिसमें जो कुछ भोजन किया जाता है सब पित्त के दोष से खट्टा हो जाता है । विशेष—यह रोग रुखी, खटी, कड़वी और गर्म वस्तुओं के खाने से उत्पन्न होता है । इसके लक्षण ये हैं—रंगबिरंग का मल उतरना, दाह, वमन, मूर्च्छा, हृदय में पीड़ा, ज्वर, भोजन में अरुचि, खट्टे डकार आना इत्यादि ।