अरज
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अरज ^१ संज्ञा स्त्री॰ [अ॰ अर्ज] विनय । निवेदन । विनती । उ॰— होत रंग संगीत गृह प्रतिध्वनि उड़त अपार । अरज करत निकरत हुकुम मनौ काम दरबार ।—गुमान (शब्द॰) । क्रि॰ प्र॰—करना ।—कहना । यौ॰.—अरज गरज ।
अरज † ^२ संज्ञा पुं॰ [अ॰ अर्ज] चौड़ाई ।
अरज ^३ वि॰ [सं॰]
१. जिसमें धूल न लगी हो । स्वच्छ ।
२. राग आदि से रहित ।
३. जिसे मासिक धर्म न हो [को॰] ।