अरित्र

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अरित्र ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. बल्ला जिससे नाव खेते हैं । डाँड़ ।

२. क्षेपणी । निपातक ।

३. जल की थाह लेने की ड़ोरी ।

४. लंगर ।

अरित्र ^२ वि॰ [सं॰]

१. शत्रु से रक्षा करनेवाला ।

२. आगे बढ़ानेवाला [को॰] । यौ॰—अरित्रगाध=छिछला ।