अर्चि

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हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अर्चि संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ अर्चिस्]

१. अग्नि आदि की शिखा । उ॰— शुष्क डालियों से वृक्षों की अग्नि अर्चियाँ हुई समिद्ध—कामा- यनी, पृ॰... ।

२. दीप्ति । तेज ।

३. किरण ।