अर्ति

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हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अर्ति संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] [वि॰ अर्तित]

१. पीड़ा । व्यथा ।

२. धनुष की कोटि । धनुष के दोनों छोर ।