अर्थात्

विक्षनरी से

अर्थात् किसी वस्तु, शब्द आदि के अर्थ को समझाने के लिए इस शब्द का उपयोग होता है। लिखने की सुविधा नहीं होने के कारण इसे लोग अर्थात् के जगह अर्थात लिख देते हैं। जो इसका सही उच्चारण नहीं है।

हिन्दी

उदरहरण

  1. खोदा पहाड़ निकली चुहिया अर्थात् एक छोटे से विषय को बड़ा बना देना और बाद में उसके पीछे का सत्य बाहर आना की वह एक छोटी से घटना थी।
  2. शब्दावली अर्थात् शब्दों का एक पंक्ति में होना।
  3. विद्यार्थी अर्थात् विद्या ग्रहण करने वाला।
  4. पाठशाला अर्थात् ऐसी जगह जहाँ पाठ या ज्ञान सिखाया जाता है।
  5. शाला अर्थात् जहाँ कोई विशेष कार्य किया जाता है। इसका अर्थ एक कक्ष या जगह से होता है।
  6. कार्यशाला अर्थात् जहाँ कोई कार्य सिखाया जाता है।

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अर्थात् अव्य॰ [सं॰] यानी । तात्पर्य यह कि । विशेष—इसका प्रयोग विवरण करने में आता है; जैसे—ऐसा कौन होगा जो भले की प्रशंसा नहीं करता अर्थात् सब करते हैं ।